A2Z सभी खबर सभी जिले कीअन्य खबरेताज़ा खबरदेशनागपुरमहाराष्ट्र

*जम्मू-कश्मीर आतंकी हमला: सावनेर में युवाओं की बुलंद आवाज, निकाला कैंडल मार्च*


.पहलगाम आतंकी हमले के विरोध में सावनेर में उमड़ा युवा युतीयो आक्रोश, केंडल मार्च निकालकर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

नागपूर ग्रामीण, सावनेर प्रतिनिधी:सूर्यकांत तळखंडे

सावनेर: हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले की गूंज पूरे देश में सुनाई दे रही है। इस कायराना हमले में निर्दोष नागरिकों की जान जाने से हर कोई स्तब्ध और आक्रोशित है। इसी कड़ी में, सावनेर के युवाओं ने भी इस जघन्य कृत्य के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद की और गुरुवार की शाम शहर में एक शांतिपूर्ण केंडल मार्च निकाला। इस मार्च में बड़ी संख्या में युवाओं ने हिस्सा लिया और आतंकवाद के अंधेरे के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया।
सावनेर शहर के युवाओं ने स्वतः स्फूर्त होकर इस केंडल मार्च का आयोजन किया था। इस पहल को स्थानीय सामाजिक और राजनीतिक संगठनों के युवाओं का भी भरपूर समर्थन मिला। सावनेर युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष मयूर पाचभावे, शिवसेना के प्रफुल कापसे और प्रतिष्ठित सामाजिक संगठन ज्योती फाउन्डेशन के सक्रिय कार्यकर्ता होतेशदादा बनसोडे ने इस मार्च में युवाओं का नेतृत्व किया और उन्हें सही दिशा दिखाई। इन नेताओं ने युवाओं को संबोधित करते हुए इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया और आतंकवाद के नापाक मंसूबों को कभी कामयाब न होने देने का आह्वान किया।
केंडल मार्च में सावनेर के विभिन्न क्षेत्रों से युवा भारी संख्या में शामिल हुए। हाथों में जलती हुई मोमबत्तियाँ लिए, ये युवा शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरे। इस दौरान, फिजा में शोक और गुस्से का माहौल साफ महसूस किया जा सकता था। मार्च में शामिल प्रमुख युवाओं में स्वप्नील पाचभावे, सोहेल कुरेशी, जावेद लुलांनी, नरेंद्र विरखरे, तनु वंजारी, रुचिका मानकर, नितिन गोलाईत, सुषमा ताई ताभाने, अजय बागडे, हर्षले बागडे, आदित्य देशभरतार, तेजस नारनावरे जैसे सक्रिय युवा शामिल थे। इसके अतिरिक्त, स्थानीय भीम ग्रुप के सदस्यों ने भी बड़ी संख्या में भाग लेकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की।
मार्च के दौरान, युवाओं ने “आतंकवाद मुर्दाबाद”, “शहीदों को न्याय दो” और “भारत माता की जय” जैसे नारे लगाए। इन नारों से युवाओं का गुस्सा और आतंकवाद के प्रति उनकी घृणा स्पष्ट रूप से झलक रही थी। कई युवाओं ने हाथों में ऐसे प्लेकार्ड भी ले रखे थे जिन पर आतंकवाद विरोधी संदेश लिखे हुए थे।
केंडल मार्च के समापन पर एक संक्षिप्त सभा का आयोजन किया गया, जहाँ उपस्थित नेताओं और युवाओं ने दो मिनट का मौन रखकर पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, मयूर पाचभावे ने कहा कि यह केंडल मार्च सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह देश के युवाओं की आतंकवाद के खिलाफ अटूट एकता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि निर्दोष लोगों की हत्या करने वाले मानवता के दुश्मन हैं और उन्हें किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाना चाहिए।
प्रफुल कापसे ने कहा कि शिवसेना हमेशा देश की एकता और अखंडता के लिए खड़ी रही है और इस दुख की घड़ी में शहीदों के परिवारों के साथ है। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि वह सीमा पार आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए और भी कठोर कदम उठाए।
होतेशदादा बनसोडे ने युवाओं के इस शांतिपूर्ण और अनुशासित प्रदर्शन की सराहना की। उन्होंने कहा कि आज का युवा देश के ज्वलंत मुद्दों पर न केवल जागरूक है, बल्कि उनके समाधान के लिए आगे आने में भी तत्पर है। यह केंडल मार्च इस बात का जीवंत उदाहरण है।
कुल मिलाकर, सावनेर में युवाओं द्वारा निकाला गया यह केंडल मार्च पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करने और आतंकवाद के खिलाफ एक मजबूत संदेश देने का एक प्रभावशाली तरीका था। इस मार्च ने यह भी दिखाया कि देश का युवा आतंकवाद के खिलाफ एकजुट है और किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।

Check Also
Close
Back to top button
error: Content is protected !!